Guru Nanak Dev Ji Gurpurab Hindi गुरू नानक जयंती आज
गुरु नानक देव जी के गुरपुरब को आमतौर से बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह हिंदू सिख समाज का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भारत, पाकिस्तान, दुबई, मलेशिया, और अन्य देशों में मनाया जाता है। इस लेख में, हम गुरु नानक देव जी के गुरपुरब के बारे में बात करेंगे और इसके महत्वपूर्ण कारणों को जानेंगे। Guru Nanak Dev Ji Gurpurab का कार्तिक माह मे शुक्ल पक्ष कि पूर्णिमा तिथि पर गुरू नानक देव जी का जन्म हुआ था । इस साल की कार्तिक पूर्णिमा 27 नंवबर 2023 को हैं इसलिए आज ही सिख धर्म के पहले गुरू जयंति मनाई जाती हैं।
Guru Nanak Dev Ji Gurpurab Hindi
गुरु नानक देव जी के गुरू पर्व पर कैसे मनाएं?
गुरु नानक देव जी के गुरुपुरब को मनाने के लिए कई रितुअल्स होती हैं। इस दिन, सिखों की संगत गुरुद्वारे में जाती है और अरदास और कीर्तन के द्वारा भजन करती है। यहां लोग भोग लगाते हैं और प्रसाद को सभी को बांटते हैं। इसके अलावा, कई जगहों पर नगर कीर्तन भी आयोजित की जाती है जिसमें संगीत, नृत्य और आदिवासी संगीत का आनंद लिया जाता है। लोग इस दिन पर दूध के कुरे, मिठाई, और नवरात्री स्पेशल खाने-पीने के उपहार भी एक दूसरे को देते हैं।
गुरू नानक जी की जन्म तिथि और जन्म स्थान
गुरू नानक जी की माता का नाम तृप्ता और पिता का नाम कल्याणचंद था । गुरू नानक जी का जन्म 1469 ई पंजाव राज्य के तलवंडी गांव में हुआ था। दोस्तो यह स्थान अब पाकिस्तान में हैं इस स्थान को नानकाना साहिब के नाम से जाना जाता हैं। सिख धर्म के लोगों के लिए यह बहुत ही पवित्र स्थान हैं।
गुरू पर्व क्यों मनाया जाता हैं ?
गुरू नानक जयंती को गुरू पर्व भी कहा जाता हैं गुरू नानक देव जी नें सिख धर्म की स्थपना की थी इस साल गुरूपर्व 27 नंवबर 2023 को मनाया जा रहा हैं
Guru Nanak Dev Ji Gurpurab Hindi
गुरू पर्व कब हैं ?
यह उत्सव गुरू नानक देव के जीवन उपलब्धियों और सिख धर्म कि महान विरासत का सम्मान करता हैं। का कार्तिक पूर्णिमा के दिन शुभ त्योहार जिसे Guru Nanak Dev Ji Gurpurab भी कहा जाता हैं।
गुरूनानक देव जी के वंशज कौन हैं?
गुरू अंगद देव के नाम से जाने गए हैं जो मृत्यू से पहले उन्होंने अपने शिष्य भाई लहना को उत्तरधिकारी किया था। गुरू नानक देव जी की शिक्षाएं हर किसी के जिवन के लिए एक आशीर्वाद हैं आप उन शिक्षाओं को अपने जीवन के हर कदम पर उपयोग करें की शुभकामनांए।
गुरु नानक देव जी कौन थे?
गुरु नानक देव जी सिख धर्म के पहले गुरु थे। उनका जन्म 15 अप्रैल 1469 को राय बोई के नाम से हुआ था, जो अब पाकिस्तान के नंबरडौंज जिले में स्थित है। गुरु नानक देव जी के जीवन की कहानी बहुत ही रोचक है और उनके जीवन में उनके उपदेशों का बहुत महत्व है। उन्होंने न केवल सिख धर्म की स्थापना की, बल्कि मानवता की सेवा के लिए भी पूरी जिन्दगी दी।
गुरु नानक देव जी के जीवन का महत्व
गुरु नानक देव जी के जीवन में कई महत्वपूर्ण अद्यात्मिक और सामाजिक संदेश थे। उन्होंने धर्मविश्वास में समानता, खुदाई सेवा और ईश्वर के प्रति नम्रता के महत्व को बताने का प्रयास किया। उनकी शिक्षाएँ हमें यह सिखाती हैं कि हम सभी ईश्वरीय सत्य के एक हिस्सेदार हैं और हमें मानवता और प्रेम की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने धर्म के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक बदलाव की मांग की और लोगों को ढाईं रोटी का प्रसाद देकर खाने की आदत बनाने के लिए भी प्रयास किया। Guru Nanak Dev जी एक संत गुरू और समाज सुधारक भी थें। उन्होंने अपना पूरा जीवन मानव कल्याण हित में समर्पित कर दिया था। गुरू नानक जयंती आज जानिए इस दिन क्यों मनाया जाता है प्रकाश पर्व इस दिन गुरूद्रारों में कीर्तन दरबार सजता हैं।
गुरु नानक देव जी के गुरू पर्व का उद्देश्य
गुरु नानक देव जी के गुरपुरब का महत्वपूर्ण उद्देश्य है सभी लोगों को उनके उपदेशों के बारे में जागरूक करना और उनकी याद करना। इस दिन पर, सिख समुदाय गुरुवारे में जाकर अमृतवेला सिंगार, अरमेदिटेशन करते हैं और गुरु नानक देव जी के जीवन और उनके उपदेशों का स्मरण करते हैं। यह त्योहार एक एकता और प्रेम के संकेत के रूप में माना जाता है। लोग यहां उम्रदराज और नाटकीय प्रदर्शनों को भी देखते हैं जो गुरु नानक देव जी के जीवन को दर्शाते हैं।
![]() |
Guru Nanak Dev Ji Gurpurab |
Guru Nanak Dev Ji Gurpurab
Guru Nanak Dev जी एक संत गुरू और समाज सुधारक भी थें। उन्होंने अपना पूरा जीवन मानव कल्याण हित में समर्पित कर दिया था। गुरू नानक जयंती आज जानिए इस दिन क्यों मनाया जाता है प्रकाश पर्व इस दिन गुरूद्रारों में कीर्तन दरबार सजता हैं।
- गुरु पर्व क्यों मनाया जाता है?
- गुरु पर्व कब है 2023 में?
- गुरु नानक देव जी के वंशज कौन है?
- गुरु नानक जयंती को हिंदी में क्या कहते हैं?
संक्षेप में
गुरु नानक देव जी के गुरपुरब एक महत्वपूर्ण सिख त्योहार है जो सिख समाज में खास रूप से मनाया जाता है। इस दिन पर, लोग गुरु नानक देव जी के जीवन को याद करते हैं और उनके द्वारा बताए गए महत्वपूर्ण संदेशों को आमल में लाने का प्रयास करते हैं। यह त्योहार दिव्यता, प्रेम और एकता की भावना को स्थापित करने का भी एक उद्देश्य रखता है। इस दिन पर, हम सभी को गुरु नानक देव जी के उपदेशों का सम्मान करना चाहिए और प्रेम और समानता की भावना में अपने जीवन को आगे बढ़ाना चाहिए।
"गुरु नानक देव जी के गुरू पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।"
join whatsaap | click here |
join fecebook page | click here |
join website | click here |
दोस्तों हमारी मेहनत और आपका प्यार सदा बना रहे आपको हमारे द्वारा दी गई सुविधा है। कैसा अनुभव हुआ हमें जरूर बताएं
दोस्तों यदि आप चाहते हो की सरकारी भर्तियों के बारे में लेटेस्ट नोटिफिकेशन या इस से संबंधित सूचना पाना चाहते हो तो दोस्तों आपको बटन दिख रहा होगा उस पर जाकर आप हमें कर सकते हो इससे होगा यह कि आपके पास जो भी नए -नए अपडेट होंगे और तुरंत आ जाएं
0 Comments